नन्ही मुस्कानों के साथ मुख्यमंत्री श्री साय ने मनाया अपना जन्मदिन
बालिका गृह के लिए 10 लाख रुपये की स्वीकृति की घोषणा
रायपुर, 21 फरवरी 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने जन्मदिन को अनोखे और प्रेरक अंदाज में मनाते हुए राजधानी रायपुर के खम्हारडीह स्थित शासकीय बालिका गृह का दौरा किया। उन्होंने नन्हीं बच्चियों के साथ केक काटकर अपनी खुशी को साझा किया और इस विशेष अवसर पर समाज के प्रति अपने दायित्व को दर्शाया। उनका यह कदम दर्शाता है कि सच्चा नेतृत्व वही होता है, जो समाज के हर वर्ग की खुशियों में सहभागी बनता है।

मासूम हँसी के बीच मनाया खास दिन
बालिका गृह में पहुँचते ही मुख्यमंत्री श्री साय का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने बच्चियों के साथ समय बिताया, उनकी बातें सुनीं और उनकी छोटी-छोटी इच्छाओं को पूरा करने का वादा किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चियों ने अपनी जरूरतें मुख्यमंत्री के सामने रखीं, जिनमें एक साउंड बॉक्स की माँग भी थी। श्री साय ने तुरंत बालिका गृह को यह उपहार भेंट किया, जिससे बच्चियों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
“इन नन्हीं मुस्कानों के साथ समय बिताना मेरे लिए किसी आशीर्वाद से कम नहीं है,” मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा। उन्होंने बालिका गृह में बच्चियों की शिक्षा और सुविधाओं के लिए 10 लाख रुपये की स्वीकृति की घोषणा भी की। इस राशि का उपयोग कंप्यूटर, वॉटर कूलर और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए किया जाएगा, ताकि इन बच्चियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।

बचपन की यादें साझा कर दी प्रेरणा
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अपने स्कूली जीवन की यादें भी साझा कीं। उन्होंने बताया कि उनके गाँव का प्राथमिक स्कूल खपरेल का था और बारिश के दिनों में पानी टपकता था। उन्होंने कहा, “मैं जानता हूँ कि सीमित संसाधनों में पढ़ाई करना कितना कठिन होता है, लेकिन आज की पीढ़ी के पास बेहतर सुविधाएँ हैं। मेहनत और लगन से पढ़ाई करो, यही सफलता की कुंजी है।”
उन्होंने बच्चियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में आने वाली चुनौतियों से घबराने के बजाय उन्हें अपनी ताकत बनाना चाहिए। उन्होंने देश-दुनिया के महान व्यक्तित्वों के उदाहरण देकर समझाया कि संघर्ष ही सफलता की नींव रखते हैं। श्री साय ने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
बालिका गृह को मिला उपहार और आश्वासन
वर्तमान में शासकीय बालिका गृह में 57 बच्चियाँ रह रही हैं, जहाँ महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से उन्हें निशुल्क आवास, भोजन, शिक्षा और चिकित्सा जैसी सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री की 10 लाख रुपये की घोषणा से इन सुविधाओं में और भी सुधार होगा। इस राशि का उपयोग बालिकाओं के लिए नई तकनीकी शिक्षा सामग्री, स्वच्छ पेयजल के लिए वॉटर कूलर और मनोरंजन के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद में किया जाएगा।
श्री साय ने बालिका गृह के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्चियों की पढ़ाई, खेल और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार बालिका गृह की सभी आवश्यकताओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करेगी।




मुख्यमंत्री का सादगी भरा अंदाज बना प्रेरणा
मुख्यमंत्री श्री साय का यह सादगी भरा अंदाज और समाज के वंचित वर्ग के प्रति उनकी संवेदनशीलता, उनके नेतृत्व को और भी मानवीय बनाता है। जन्मदिन जैसे व्यक्तिगत उत्सव को उन्होंने सामाजिक सरोकार से जोड़कर यह संदेश दिया कि नेतृत्व का असली अर्थ केवल सत्ता में रहना नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के साथ खड़े होना है।
कार्यक्रम के दौरान बच्चियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दीं, जिसे देखकर मुख्यमंत्री और अन्य अतिथि अभिभूत हो गए। इस अवसर पर रायपुर के विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।






समाज के प्रति सेवा का संदेश
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने जन्मदिन को नन्हीं मुस्कानों के बीच मनाकर यह सिद्ध किया कि सेवा का भाव ही सच्चा उत्सव है। उन्होंने जाते-जाते बच्चियों से वादा किया कि वे समय-समय पर उनसे मिलने आते रहेंगे और उनकी हर जरूरत को पूरा करने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।



इस प्रेरक पहल ने न केवल बालिका गृह की बच्चियों को खुशियाँ दीं, बल्कि पूरे राज्य को यह संदेश दिया कि यदि समाज के हर सक्षम व्यक्ति का यही दृष्टिकोण हो, तो कोई भी बच्चा शिक्षा, स्वास्थ्य और सुखद जीवन से वंचित नहीं रहेगा।