छात्रों ने तिलक व चरण वंदना कर लिया आशीर्वाद, गीत-पोस्टर व भाषण से गुरु महिमा का किया गुणगान
बैकुंठपुर, कोरिया।

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर द न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल, नरसिंहपुर, बैकुंठपुर में दिनांक 10 जुलाई को भव्य एवं भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में गुरु के प्रति श्रद्धा, कृतज्ञता और भारतीय संस्कृति की महान परंपरा को सजीव रूप में अनुभव कराने हेतु आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर की गई। माँ सरस्वती की वंदना के साथ वातावरण आध्यात्मिक और पवित्रता से परिपूर्ण हो गया। इसके पश्चात छात्रों ने “गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु…” जैसे श्लोकों के मधुर उच्चारण से पूरे सभागार को गुरु महिमा की भावना से भर दिया।
भावविभोर कर देने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला रही प्रस्तुत
छात्रों द्वारा गुरु के महत्व पर अत्यंत भावनात्मक एवं प्रेरणादायक भाषण प्रस्तुत किए गए। प्राथमिक कक्षा से लेकर आठवीं वर्ग तक के विद्यार्थियों ने ‘गुरु का जीवन में महत्व’, ‘गुरु ही भगवान हैं’, ‘भारतीय संस्कृति में गुरु की भूमिका’ जैसे विषयों पर प्रभावशाली वक्तव्य दिए।
इसके साथ ही विद्यार्थियों द्वारा रंग-बिरंगे और संदेशपूर्ण पोस्टर तैयार किए गए, जिनमें गुरु को जीवन का मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत व प्रकाशपुंज बताया गया। पोस्टर प्रदर्शनी ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।

गीत-संगीत में छलकी गुरु भक्ति
बच्चों ने गुरु भक्ति से ओत-प्रोत गीतों की प्रस्तुति दी। “गुरु बिना ज्ञान कहाँ से लाऊँ”, “तेरे चरणों में मेरा जीवन सवरे” जैसे गीतों ने सभी को भावुक कर दिया। गीतों के माध्यम से छात्रों ने अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
तिलक व चरण वंदना की अनोखी परंपरा
कार्यक्रम का सबसे विशेष और भावुक क्षण तब आया जब छात्रों ने मंच पर आकर अपने गुरुओं एवं उपस्थित अभिभावकों को तिलक लगाया और चरण वंदना कर उनका आशीर्वाद लिया। यह दृश्य उपस्थित सभी जनों के लिए अत्यंत भावनात्मक और अनुकरणीय रहा।
प्राचार्या व अध्यापको का प्रेरणादायी उद्बोधन
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती टी. गेलोट ने अपने उद्बोधन में गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए कहा कि गुरु हमारे जीवन का वह दीप हैं जो अज्ञान रूपी अंधकार को मिटाते हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस भौतिक युग में यदि विद्यार्थियों को सही दिशा मिलनी है तो गुरु का मार्गदर्शन अत्यंत आवश्यक है।
सभी शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति रही
कार्यक्रम में शिक्षकगण – श्री रोशन पाठक, श्रीमती सरिता चतुर्वेदी, काजल कश्यप, जानवी सिंह, अनमता परवेज, उमेश्वरी कुलमित्रा, आकांक्षा मिश्रा, प्रज्ञा मिश्रा एवं आकाश रॉबर्ट सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। सभी शिक्षकों ने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सराहना की।

अभिभावकों की सहभागिता ने बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावकगण भी उपस्थित रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों के इस प्रयास की सराहना की और इसे भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की दिशा में एक सुंदर पहल बताया।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के मन में अपने शिक्षकों व संस्कृति के प्रति आदरभाव जागृत करने में विद्एयालय की ओर लस एक अनूठा प्रयास रहा । कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ सभी ने गुरुजनों को प्रणाम कर धन्यवाद ज्ञापन किया।
