ज्ञान कुंज स्कूल बैकुण्ठपुर में मनाया गया मातृ-पितृ पूजन दिवस

ज्ञान कुंज स्कूल में मातृ-पितृ पूजन: विद्यार्थियों ने अभिभावकों के चरण छूकर लिया आशीर्वाद

ज्ञान कुंज स्कूल में मातृ-पितृ पूजन का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने अपने अभिभावकों की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अनोखे और भावनात्मक कार्यक्रम में संस्कार और सम्मान का अद्भुत संगम देखने को मिला।

अभिभावकों का आत्मीय स्वागत
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के माता-पिता और अभिभावकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। विद्यालय प्रबंधन ने सभी आगंतुकों का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया और उन्हें इस अनूठी परंपरा का महत्व समझाया। संचालक ने अपने संबोधन में कहा कि मातृ-पितृ पूजन न केवल हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है, बल्कि यह बच्चों में संस्कारों की नींव भी मजबूत करता है।

पूजन का शुभारंभ और विधि-विधान
पूजा विधिवत मंत्रोच्चार के साथ प्रारंभ हुई। विद्यार्थियों ने अपने माता-पिता को सम्मानपूर्वक बैठाया, उनके चरण धोए और रोली-चंदन का तिलक लगाकर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद आरती उतारी गई और विद्यार्थियों ने अपने अभिभावकों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान भावनात्मक माहौल बना रहा, जहाँ कई माता-पिता की आँखें गर्व और खुशी से नम हो गईं।

संस्कारों की शिक्षा और विद्यार्थियों का उत्साह
विद्यालय के शिक्षकों ने इस अवसर पर बच्चों को माता-पिता के प्रति आदर और कृतज्ञता प्रकट करने का महत्व समझाया। छात्रों ने हर्षोल्लास के साथ इस अनूठी परंपरा में भाग लिया और इसे अपने जीवन का एक प्रेरणादायक अनुभव बताया।

छात्र वेदान्त शिवहरे व वरिष्ट ने कहा, “आज हमें यह अहसास हुआ कि माता-पिता का सम्मान और सेवा ही सच्ची भक्ति है। यह दिन हमें हमेशा याद रहेगा।”

ज्ञान कुंज स्कूल: संस्कृति और संस्कारों की पहचान
ज्ञान कुंज स्कूल न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों में भी अपनी अलग पहचान रखता है। विद्यालय में ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों को विकसित करने का प्रयास किया जाता है। संचालक ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे ताकि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी मिल सकें।

अंत में हुआ आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन की ओर से सभी अभिभावकों को धन्यवाद दिया गया। माता-पिता ने भी विद्यालय के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल बच्चों के व्यक्तित्व विकास में अहम भूमिका निभाएगी।

इस आयोजन ने सभी को माता-पिता के महत्व और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की प्रेरणा दी। यह भावनात्मक और अनुकरणीय कार्यक्रम ज्ञानकुंज विद्यालय के विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए यादगार बन गया।

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