ग्रामीणों ने मतदान दलों का उत्साहपूर्वक किया अभिनंदन – लोकतंत्र के महापर्व का शानदार दृश्य
मनेंद्रगढ़, छत्तीसगढ़ | 20 फरवरी 2025 – छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 20 फरवरी 2025 को होने जा रहा है। मतदान दलों की तैनाती और आवश्यक सामग्री वितरण की प्रक्रिया आज पूरी की गई। खास बात यह रही कि ग्रामीणों ने मतदान दलों का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे लोकतंत्र के प्रति उनकी आस्था झलकती है।
मतदान दलों की तैयारी और रवाना होने की प्रक्रिया
मतदान दलों को चुनावी प्रक्रिया के लिए आवश्यक सामग्री जिला मुख्यालय स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, लालपुर में वितरित की गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी. राहुल वेंकट ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मतदान दलों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस मौके पर एसडीएम लिंगराज सिदार, तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त्य, जनपद सीईओ वैशाली सिंह, वाहन नोडल अधिकारी दयानंद तिग्गा और अन्य निर्वाचन अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अंतिम तैयारियों का जायजा लिया।

लोकतंत्र के प्रति जागरूकता – ग्रामीणों का भावनात्मक जुड़ाव
जब मतदान दल अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंचे, तो ग्रामीणों ने उनका पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया। इस दिल छू लेने वाले दृश्य ने चुनाव प्रक्रिया को और भी खास बना दिया। यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि लोकतंत्र में ग्रामीणों की गहरी भागीदारी और विश्वास को दर्शाता था।
ग्रामीणों का यह आत्मीय स्वागत चुनाव प्रक्रिया में उनकी जागरूकता और उत्साह को दर्शाता है। यह सिर्फ एक मतदान दिवस नहीं, बल्कि लोकतंत्र के महापर्व का प्रतीक बन गया।
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और सुविधाओं की पुख्ता व्यवस्था
चुनाव प्रशासन ने सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाओं की पूरी व्यवस्था कर ली है। मतदान को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
विशेष इंतजाम:
✅ हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा बलों की तैनाती।
✅ बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं।
✅ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और अन्य संसाधनों का सुचारू संचालन।
✅ हेल्पडेस्क और निगरानी दलों की नियुक्ति।
लोकतंत्र का जश्न – एक नया उत्साह
गांवों में चुनावी माहौल किसी त्योहार से कम नहीं है। मतदान केंद्रों को साफ-सुथरा रखा गया है और मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में आसानी हो, इसके लिए सभी आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।
मतदान कर्मियों का इस तरह भव्य स्वागत दिखाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोकतंत्र के प्रति आस्था और जागरूकता बढ़ रही है। यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि जनता का उत्सव है, जहां हर नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर भविष्य की सरकार चुनने में भागीदार बन रहा है।
निष्कर्ष
मतदान सिर्फ एक संवैधानिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जनता की शक्ति का प्रतीक भी है। मनेंद्रगढ़ के ग्रामीणों ने मतदान दलों का जिस तरह स्वागत किया, वह न केवल उनकी लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि आने वाले समय में अधिक से अधिक लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करेगा।
अब सबकी नजरें 20 फरवरी पर टिकी हैं, जब लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने भविष्य का फैसला करेंगे।