मुख्यमंत्री साय ने अपने जन्मदिन पर गांव बगीया में की सत्यनारायण कथा, प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे गृह ग्राम बगिया,
- अपने 61 वें जन्मदिवस के अवसर पर घर में आयोजित सत्यनारायण कथा में शामिल होने पहुंचे हैं सीएम साय,
- अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पूजा में बैठे,
- सीएम विष्णुदेव साय को जन्मदिवस की बधाई देने पहुँचे रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया,
- मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई देने भारी संख्या में पहुंचे हैं लोग,
जशपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने जन्मदिन के अवसर पर अपने गृहग्राम बगीया में श्री सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन करवाया और प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं आरोग्य की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना में शामिल हुए और भगवान सत्यनारायण की कथा का श्रवण किया।

पूजा-अर्चना के साथ प्रदेश की खुशहाली की कामना
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी ने अपने जन्मदिन को सादगी और धार्मिक भावना के साथ मनाते हुए सत्यनारायण भगवान की पूजा की। उन्होंने प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा,
“भगवान सत्यनारायण से प्रार्थना करता हूँ कि छत्तीसगढ़ की जनता के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे। हम सभी मिलकर अपने प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाएँ।”
पूजा के दौरान परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस पावन अवसर पर प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना की।



माँ के चरणों में लिया आशीर्वाद
सत्यनारायण कथा के समापन के बाद मुख्यमंत्री साय ने अपनी माता जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने अपनी माँ से प्रदेशवासियों के कल्याण और अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण निष्ठा से निभाने के लिए शुभकामनाएँ प्राप्त कीं। इस भावुक क्षण ने उपस्थित ग्रामीणों के दिलों को छू लिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा,
“माँ का आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी शक्ति है। उनके आशीर्वाद से ही मैं जनता की सेवा में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य कर सकता हूँ।”
गांववासियों का गर्मजोशी से स्वागत
मुख्यमंत्री के गांव आगमन पर बगीया के ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों ने फूल-मालाओं के साथ उनका अभिनंदन किया। ग्रामीणों ने भी इस शुभ अवसर पर अपने प्रिय नेता को जन्मदिन की बधाइयाँ दीं और प्रदेश के विकास के लिए शुभकामनाएँ व्यक्त कीं।
धार्मिक आयोजन बना प्रेरणा का स्रोत
इस धार्मिक आयोजन ने मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व के उस पहलू को उजागर किया, जिसमें वे अपने सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को सर्वोपरि रखते हैं। सत्यनारायण कथा के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि सादगी और संस्कारों के साथ जीवन जीना ही सच्ची सफलता है।
प्रदेशवासियों के लिए संदेश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की जनता के नाम एक विशेष संदेश भी दिया:
“मेरे जन्मदिन पर मिले अपार स्नेह और शुभकामनाओं के लिए मैं आप सभी का हृदय से धन्यवाद करता हूँ। आपके विश्वास और समर्थन से ही हम प्रदेश को विकास और खुशहाली के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं। आइए, मिलकर छत्तीसगढ़ को नई ऊँचाइयों पर ले चलें।”



समाज सेवा और विकास का संकल्प
इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने यह भी संकल्प लिया कि वे प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की आशाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप सरकार हर क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देगी और सभी वर्गों के हितों की रक्षा करेगी।
उपसंहार
मुख्यमंत्री साय का यह जन्मदिन केवल व्यक्तिगत उत्सव तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन गया। उनके द्वारा किया गया यह धार्मिक आयोजन उनकी जनता के प्रति अटूट समर्पण और सेवा भावना को दर्शाता है।