भा.ज.पा. ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है: सूत्र
नई दिल्ली:
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सांसद विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की योजना बना रहे हैं। यह कदम राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए भाषण के आधार पर उठाया जा रहा है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि चीनी सैनिक भारतीय भूमि पर मौजूद हैं। इस दावे के बाद लोकसभा में हंगामा हुआ और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी का भाषण और भाजपा का प्रतिवाद
बजट सत्र के दौरान, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने में विफल रही है। इसके बाद उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि इस विफलता के कारण ही चीनी सैनिक भारतीय भूमि पर मौजूद हैं।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद, किरेन रिजिजू ने उनकी आलोचना करते हुए कहा, “हम उन्हें याद दिलाना चाहेंगे कि ऐसी झूठी और निराधार बातें नहीं करनी चाहिए। इससे संसदीय मानकों का उल्लंघन होता है।” उन्होंने राहुल गांधी से साक्ष्य (सबूत) पेश करने की मांग की और बाद में स्पीकर ओम बिरला से मिलकर इस मुद्दे को उठाया।
विशेषाधिकार हनन नोटिस क्या है?
विशेषाधिकार हनन नोटिस एक विधायी उपकरण है, जिसे संसद के सदस्य तब जारी कर सकते हैं जब उन्हें लगता है कि किसी सदस्य ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया है या संसद को गुमराह किया है। इस नोटिस का उद्देश्य संसद की कार्यवाही और मानकों को बनाए रखना है।
राहुल गांधी के अन्य दावे
अपने भाषण में, राहुल गांधी ने बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि भारत ने उत्पादन संबंधी नौकरियां चीन को सौंप दी हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजिंग ने भारत की 4,000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर लिया है, और सरकार के दावे का खंडन किया कि चीन ने कोई भूमि नहीं ली है। राहुल गांधी ने कहा, “चीन हमारे क्षेत्र में इसलिए घुस आया है, क्योंकि ‘मेक इन इंडिया’ योजना विफल हो गई है।”
रिजिजू ने इस पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि भारत और चीन के संबंधों के बारे में बिना साक्ष्य के इस तरह के निराधार बयान नहीं दिए जा सकते।
प्रधानमंत्री मोदी और एस जयशंकर पर आरोप
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के उद्घाटन समारोह के लिए प्रधानमंत्री का निमंत्रण प्राप्त करने के लिए कई बार अमेरिका भेजा था।
इस आरोप पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी ने जानबूझकर झूठ बोला है। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमारे प्रधानमंत्री के लिए किसी निमंत्रण पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। यह सर्वविदित है कि हमारे प्रधानमंत्री ऐसे कार्यक्रमों में भाग नहीं लेते। भारत का प्रतिनिधित्व आमतौर पर विशेष दूतों द्वारा किया जाता है।”
आगे की स्थिति
राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा का विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव अब एक नए राजनीतिक विवाद को जन्म दे सकता है। क्या राहुल गांधी अपने दावों के लिए सबूत पेश करेंगे, या यह मामला संसद में और बढ़ेगा? यह सवाल अब उठने लगा है।