बैकुंठपुर, कोरिया।
नगरपालिका बैकुंठपुर के उपाध्यक्ष एवं वार्ड क्रमांक 8 के लोकप्रिय पार्षद आशीष यादव उर्फ लल्ला यादव एक बार फिर अपने त्वरित और जमीनी कार्यशैली के कारण चर्चा में हैं। हाल ही में उन्हें फोन के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि धौरा टिकरा क्षेत्र, हाई स्कूल परियोजना कॉलोनी के पीछे कई दिनों से लाइट की गंभीर समस्या बनी हुई है।
जैसे ही यह जानकारी उन्हें मिली, उन्होंने बिना किसी देरी के मौके पर पहुंचकर स्वयं खड़े रहकर लाइट की समस्या का समाधान करवाया। इस संवेदनशील और सक्रियता से भरे कार्य ने उन्हें आम नागरिकों के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया है।
जमीनी स्तर पर सक्रियता: समस्या से समाधान तक
आज के समय में जब जनप्रतिनिधि अक्सर केवल कागजों पर योजनाएं बनाते दिखाई देते हैं, वहीं आशीष यादव जैसे जनप्रतिनिधि अपनी ‘ऑन द ग्राउंड’ मौजूदगी के कारण अलग पहचान बना रहे हैं।
वार्ड क्रमांक 8 के धौरा टिकरा इलाके में कई दिनों से अंधेरा छाया हुआ था। इससे स्थानीय नागरिक, खासकर माताएं, बच्चे और बुजुर्ग, शाम ढलने के बाद घर से बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस कर रहे थे। क्षेत्र की यह समस्या लगातार बढ़ रही थी, लेकिन कोई ठोस समाधान सामने नहीं आ रहा था।
जैसे ही इस मामले की सूचना लल्ला यादव तक पहुँची, उन्होंने न केवल इसकी गंभीरता को समझा, बल्कि मौके पर जाकर तकनीकी कर्मचारियों की मदद से लाइट को दुरुस्त भी करवाया।
वार्डवासियों का आभार और आशीर्वाद
लाइट की समस्या दूर होने के बाद क्षेत्र की माताओं, बुजुर्गों और युवाओं ने पार्षद आशीष यादव को धन्यवाद दिया। ग्रामीण बुजुर्गों ने कहा कि “लल्ला यादव जैसे जनप्रतिनिधि ही हमारे असली सहारा हैं, जो बिना दिखावे और प्रचार के तुरंत समस्या का समाधान करते हैं।”
इस मौके पर स्थानीय महिलाओं ने भी कहा कि अब शाम के समय बाहर निकलना सुरक्षित हो गया है। बच्चों की पढ़ाई और आवाजाही में भी आसानी होगी।
‘जनसेवक’ की छवि मजबूत
लल्ला यादव को लोग केवल एक पार्षद या उपाध्यक्ष के रूप में नहीं, बल्कि एक जनसेवक के रूप में देखते हैं। उनकी पहचान एक ऐसे नेता की है जो सामाजिक सरोकारों और जनसमस्याओं को प्राथमिकता देते हैं।
- वे सड़क, पानी और स्वच्छता की समस्याओं पर लगातार काम कर रहे हैं।
- युवाओं की शिक्षा और खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही है।
- बुजुर्गों और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर उनकी संवेदनशीलता उन्हें अलग दर्जा दिलाती है।
छोटे प्रयास, बड़े परिणाम
हालांकि देखने में लाइट की समस्या एक छोटी तकनीकी परेशानी लग सकती है, लेकिन अंधेरे में डूबे मोहल्ले का दर्द वही समझ सकता है जो वहां रहता है। इस समस्या को हल कराकर लल्ला यादव ने यह साबित किया कि जनप्रतिनिधि का काम केवल बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लाना ही नहीं है, बल्कि नागरिकों की छोटी-छोटी तकलीफों पर भी तुरंत ध्यान देना उतना ही जरूरी है।
भविष्य के लिए संकल्प
आशीष यादव ने मौके पर कहा कि “वार्ड के हर कोने में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना ही मेरा लक्ष्य है। किसी भी समस्या को लेकर वार्डवासी मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। जब तक एक भी नागरिक असुविधा झेल रहा है, तब तक मेरे प्रयास जारी रहेंगे।”
उनके इस बयान से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में वे वार्डवासियों की हर समस्या को प्राथमिकता से हल करने का प्रयास जारी रखेंगे।
निष्कर्ष
बैकुंठपुर नगर पालिका उपाध्यक्ष एवं पार्षद आशीष यादव उर्फ लल्ला यादव का यह त्वरित कदम इस बात का प्रमाण है कि यदि इच्छा शक्ति और संवेदनशीलता हो तो कोई भी समस्या बड़ी नहीं होती।
उनकी जमीनी कार्यशैली और जनता से सीधा जुड़ाव ही उन्हें एक लोकप्रिय और भरोसेमंद जनप्रतिनिधि बनाता है। धौरा टिकरा परियोजना कॉलोनी के लोग आज राहत की सांस ले रहे हैं और अपने प्रतिनिधि को अनंत आशीर्वाद दे रहे हैं।
✍️ लेखक का निष्कर्ष:
छोटी से छोटी समस्या का त्वरित समाधान ही लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों की असली पहचान है। आशीष यादव जैसे नेता इस सिद्धांत पर खरे उतरते हैं और यही कारण है कि उन्हें आज आमजन का विश्वास और सम्मान दोनों प्राप्त है।