बजट 2025: मोदी ने बताया ‘आम आदमी का बजट’, राहुल गांधी बोले- ‘बुलेट इंजरी पर बैंड-ऐड’
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट की सराहना करते हुए इसे देश के विकास और आम नागरिकों की समृद्धि का जरिया बताया, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर कटाक्ष करते हुए इसे अर्थव्यवस्था की गंभीर समस्याओं का हल निकालने में असफल बताया।
मोदी बोले – ‘ये बजट आम नागरिक और विकसित भारत के मिशन को पूरा करने वाला’

पीएम मोदी ने बजट की प्रशंसा करते हुए कहा,
“हर कोई आपकी प्रशंसा कर रहा है, बजट बहुत अच्छा है। यह बजट आम नागरिक, इन्वेस्टमेंट और कंजंप्शन को बढ़ावा देगा। मैं वित्त मंत्री और उनकी टीम को एक दूरदर्शी और जन-हितैषी बजट बनाने के लिए बधाई देता हूं। आज देश ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने बजट के सात प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया:
- शिप निर्माण को बढ़ावा – भारत में बड़े जहाजों के निर्माण से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- टूरिज्म सेक्टर को मजबूती – पर्यटन उद्योग के लिए बड़े अवसर पैदा किए जाएंगे।
- युवाओं के लिए नए सेक्टर – यह बजट भारत के विकास मिशन को गति देगा।
- किसानों के लिए सिंचाई परियोजनाएं – 100 जिलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिंचाई सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
- मध्यवर्ग को राहत – 12 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री होगी, जिससे नौकरीपेशा और मध्यम वर्ग को बड़ा फायदा मिलेगा।
- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर फोकस – MSME, लेदर, फुटवियर और खिलौना उद्योग को विशेष समर्थन दिया जाएगा।
- संस्कृति और विज्ञान को बढ़ावा – ‘ज्ञान भारत मिशन’ के तहत एक करोड़ पांडुलिपियों का संरक्षण होगा, जबकि परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
राहुल गांधी ने साधा निशाना – “बुलेट इंजरी पर बैंड-ऐड”

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट को ‘खोखला’ करार देते हुए कहा,
“वैश्विक अनिश्चितता के दौर में हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक निर्णायक बदलाव की जरूरत थी, लेकिन यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया है।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: सरकार बनाम विपक्ष
सरकार के समर्थन में बयान:
- ज्योतिरादित्य सिंधिया (केंद्रीय मंत्री) – “यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने और विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने के लिए है।”
- रवि किशन (भाजपा सांसद) – “गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए शानदार बजट। पीएम मोदी और वित्त मंत्री को बधाई।”
- शिवराज सिंह चौहान (केंद्रीय मंत्री) – “12 लाख तक की आय टैक्स फ्री कर दी गई है, यह बहुत बड़ी राहत है।”
विपक्ष की आलोचना:
- अरविंद केजरीवाल (AAP प्रमुख) – “देश के खजाने का बड़ा हिस्सा अमीरों के कर्ज माफ करने में जाता है, जबकि मिडिल क्लास को राहत नहीं दी जाती।”
- अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) – “बजट से ज्यादा जरूरी कुंभ मेले में भगदड़ में मारे गए लोगों का डेटा है। सरकार जवाब दे।”
- दयानिधि मारन (DMK सांसद) – “बिहार को बजट में तवज्जो मिली, लेकिन दक्षिणी राज्यों को नजरअंदाज किया गया।”
- पी. चिदंबरम (कांग्रेस नेता) – “यह बजट मध्यवर्ग और बिहार के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश है। सरकार में नीतिगत सुधार की हिम्मत नहीं है।”
आर्थिक जगत की प्रतिक्रियाएं

- NSE के CEO आशिष कुमार चौहान – “बजट तीन हिस्सों में फोकस करता है: मिडिल क्लास की बचत, वित्तीय घाटे को नियंत्रण में रखना और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना।”
- हीरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन – “स्वामी फंड-2 की शुरुआत से रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी।”
निष्कर्ष
बजट 2025 को लेकर सरकार और विपक्ष में तीखी बहस जारी है। जहां मोदी सरकार इसे विकास और आत्मनिर्भरता का बजट बता रही है, वहीं विपक्ष इसे अधूरा और भ्रामक कह रहा है। जनता के लिए यह बजट कितना फायदेमंद साबित होगा, यह आने वाले समय में साफ होगा।
आप इस बजट को कैसे देखते हैं? क्या यह सच में आम आदमी का बजट है या सिर्फ आंकड़ों का खेल?