बैकुंठपुर : द न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल, नरसिंहपुर बैकुंठपुर में गरबा महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। यह आयोजन द न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल एवं ज्ञान कुंज पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ दुर्गा के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन व पूजन-अर्चन के साथ किया गया। तत्पश्चात् विद्यालय प्रांगण में कन्या पूजन एवं कन्या भोज का आयोजन उपस्थित शिक्षकों द्वारा विधिवत संपन्न कराया गया।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक परिधानों में गरबा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए विशेष गरबा नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें द न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल एवं ज्ञान कुंज पब्लिक स्कूल के अभिभावकों व शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।
विद्यालय संचालक श्री नीरज शिवहरे एवं श्रीमती प्रियांका शिवहरे ने बताया कि गरबा गुजरात का पारंपरिक लोकनृत्य है, जिसे विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान देवी अंबा (दुर्गा माता) की उपासना में किया जाता है। इसका नाम संस्कृत के “गर्भ” (गर्भस्थ शिशु) और “दीप” (प्रकाश) से मिलकर बना है। यह मां शक्ति की पूजा और जीवन ऊर्जा का प्रतीक है।

विद्यालय प्रबंधक श्री शकील अहमद ने अपने उद्बोधन में कहा कि गरबा नृत्य मां दुर्गा की आराधना, जीवन ऊर्जा का प्रतीक और सामाजिक एकता का उत्सव है। इसकी जड़ें गुजरात की लोक परंपरा में हैं, लेकिन आज इसका प्रभाव वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, संपादक श्री दुष्यंत धुरिया ने कहा कि गरबा का उद्देश्य देवी की आराधना करना और समाज में एकता का भाव जगाना है। यह पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है।
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती त्रुप्ति गेहलोत, शिक्षिका सरिता चतुर्वेदी, प्रियंका कुमारी, अनमता परवेज, काजल कश्यप, एल. पटवा, प्रज्ञा तिवारी, रोशन पाठक, जानवी सिंह, आकाश रॉबर्ट, खुशी खांडे सहित सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी, अभिभावक व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों व विद्यालय प्रबंधन ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया तथा भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का संकल्प लिया।
