कोरिया (छत्तीसगढ़), 22 मई 2025
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में सड़क सुरक्षा और जनस्वास्थ्य की अनूठी पहल ने न केवल लोगों का ध्यान खींचा है, बल्कि एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया है। जिला परिवहन विभाग की अगुवाई में 1 से 22 मई 2025 तक चल रहे इस नि:शुल्क नेत्र जांच महाअभियान ने वाहन चालकों के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा का एक मजबूत आधार तैयार किया है। इसी कड़ी में 22 मई को पहाड़पारा चौक कटगोड़ी पर आयोजित 14वें शिविर ने सैकड़ों चालकों को नई दृष्टि और आत्मविश्वास प्रदान किया। स्वास्थ्य और सड़क सुरक्षा का अनोखा मेल इस अभियान की सबसे बड़ी खासियत रही। शिविर में नि:शुल्क नेत्र जांच, चश्मों और दवाओं का निःशुल्क वितरण किया गया। नेत्र विशेषज्ञ मोहसीन रज़ा और उनकी टीम ने शिविर में चालकों की आंखों की गहन जांच की और जरूरतमंदों को तत्काल चश्मे व दवाएं उपलब्ध कराईं। इस पहल ने न केवल चालकों के स्वास्थ्य को मजबूती दी, बल्कि दृष्टि दोष के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में भी ठोस कदम उठाया। जिला परिवहन अधिकारी श्री अनिल भगत ने इस अभियान के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा,“हमारा लक्ष्य सिर्फ नेत्र जांच तक सीमित नहीं है। हम सड़क पर हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं। खराब दृष्टि सड़क हादसों का एक बड़ा कारण है, जिसे समय रहते रोकने की आवश्यकता है।
आर्थो वेलफेयर फाउंडेशन की सक्रिय भागीदारी ने इस अभियान को और प्रभावी बनाया। संस्था के अध्यक्ष शकील अहमद और उनकी टीम—मनोज कुमार मंडल, राहुल सिंह, तरुण प्रताप सिंह, कु. नंदनी, आकांक्षा, माही पंकज, सरिता कुर्रे, स्वीटी सिंह व शबाना ने शिविर के सुचारु संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा और समन्वय में उल्लेखनीय भूमिका निभाई, जिससे शिविर की व्यवस्था और भी सुदृढ़ हुई।
शिविर में शामिल एक स्थानीय चालक प्रमोद चोधरी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं लंबे समय से अपने आँखों की जांच कराने की सोच रहा था परंतु समय और पैसे की कमी के कारण में अपनी आंखों की जांच नही करा पा रहा था। इस शिविर ने मेरी समस्या हल कर दिया। अब मैं सुरक्षित और आत्मविश्वास के साथ गाड़ी चला सकता हूं व अन्य कार्य भी पूरे आत्मविश्वास से कर सकता हूँ।”
जिला परिवहन अधिकारी कोरिया श्री अनिल भगत ने बताया कि इस तरह के शिविर भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे। जल्द ही इन शिविरों में रक्तचाप, मधुमेह जैसी अन्य स्वास्थ्य जांच सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी, ताकि चालकों के समग्र स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके।
कोरिया जिले की यह पहल न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकती है। यह अभियान साबित करता है कि सड़क सुरक्षा केवल ट्रैफिक नियमों का पालन करना नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, जागरूकता और सामुदायिक सहयोग का एक समग्र दृष्टिकोण है।
जिला परिवहन अधिकारी कोरिया श्री अनिल भगत ने बताया कि यह महाअभियान 1 मई से शुरू होकर 22 मई तक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया गया है। जिसमे 1 मई खरवत चौक, 2 मई बरबसपुर टोल, 3 मई पटना हाइवे, 5 मई दुबछोला चौक, 6 मई डुमरिया नाका, 7 मई सोनहत बाजार, 8 मई ग्राम बुढ़ार, 9 मई बचरापोंडी, 10 मई सुरमी चौक, 12 मई चरचा थाना, 13 मई बंजारीडांड, 15 मई बैकुण्ठपुर बस स्टैंड, 19 मई टेंगनी नाका व अंतिम शिविर 22 मई को कटगोड़ी पहाड़पारा में आयोजित हुआ। शिविर के माध्यम से अभी तक कुल 2500 से ज्यादा वाहन चालकों के नेत्र की जांच हो चुकी है जिसमें से अभी तक 1000 वाहन चालकों को निःशुल्क चश्मा व दवाई वितरण किया जा चुका है। जिला परिवहन अधिकारी ने समस्त वाहन चालकों से अपील की है कि समस्त वाहन चालक प्रत्येक 6 माह में अनिवार्य रूप से अपने अपने आंखों की नियमित जांच कराते रहे, हेलमेट व सीट बेल्ट अवश्य लगाए। यह आपके साथ साथ आम नागरिकों की सुरक्षा हेतु जरूरी है।
जिला प्रशासन कोरिया व परिवहन विभाग कोरिया का यह नेत्र जांच अभियान केवल आंखों को रोशनी नहीं दे रहा, बल्कि सामाजिक जागरूकता की एक नई लौ भी जगा रहा है। यह पहल सड़क पर हर व्यक्ति की सुरक्षा और बेहतर भविष्य की गारंटी है।
आइए, इस प्रेरक अभियान का हिस्सा बनें और सुरक्षित सड़क, स्वस्थ जीवन की दिशा में कदम बढ़ाएं!