Spread the love

खोंगापानी नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस का परचम, भाजपा की रणनीति हुई फेल!

खोंगापानी: नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, और इस बार भाजपा का जादू नहीं चलाखोंगापानी नगर पंचायत में कांग्रेस प्रत्याशी ललिता यादव ने जीत दर्ज की, जिससे भाजपा को तगड़ा झटका लगा है।

कैसा रहा मुकाबला?
11 फरवरी को हुए मतदान के बाद आज परिणाम घोषित किए गए, जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी ने भाजपा को 366 वोटों से मात दी। नतीजे कुछ इस प्रकार रहे:

  • कांग्रेस की ललिता यादव3846 वोट
  • भाजपा की वंदना विश्वकर्मा3439 वोट
  • निर्दलीय प्रत्याशी पार्वती सेन476 वोट
  • निर्दलीय प्रत्याशी आशा167 वोट
  • निर्दलीय प्रत्याशी नोहर बाई110 वोट
  • नोटा81 वोट

वार्डों में कैसा रहा समीकरण?

भाजपा ने 10 वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को 3 और 2 निर्दलीय पार्षद विजयी रहे। हालाँकि, अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की जीत ने पूरे समीकरण को बदल दिया। भाजपा पदाधिकारियों के बड़े-बड़े दावे यहाँ खोखले साबित हुए, क्योंकि जनता ने अपना जनमत कांग्रेस के पक्ष में दिया

भाजपा की हार के कारणों पर चर्चा

भाजपा की हार को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सवाल उठ रहा है कि आखिर भाजपा का जनाधार क्यों खिसका?

  1. गलत प्रत्याशी चयन:
    • भाजपा ने जिस प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा, वह जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
    • कार्यकर्ताओं में असंतोष था, जिससे निर्दलीय प्रत्याशियों के रूप में भाजपा के ही समर्पित कार्यकर्ता चुनावी मैदान में कूद पड़े
  2. भीतरघात ने बढ़ाई मुश्किलें:
    • भाजपा के कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ छोड़ निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा, जिससे वोटों का बंटवारा हो गया।
    • यह कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हुआ और भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
  3. जनता ने सत्ताधारी दल को नकारा:
    • जनता के बीच भाजपा के प्रति असंतोष बढ़ा, जिसका असर मतदान पर साफ दिखा।
    • स्थानीय स्तर पर कांग्रेस की सक्रियता और रणनीति ने भाजपा को कमजोर कर दिया।

भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया

भाजपा जिलाध्यक्ष चंपा देवी पावले ने हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी इस हार की समीक्षा करेगी और कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे।

पूर्व अध्यक्ष धीरेंद्र विश्वकर्मा ने भी स्वीकार किया कि इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों ने भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाई, जिससे कांग्रेस को जीत का फायदा मिला।

कांग्रेस खेमे में जश्न का माहौल

विजयी प्रत्याशी ललिता यादव के पति रामा यादव ने कहा कि जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है और पार्टी उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करेगी

NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने भी कांग्रेस की इस जीत को जनता की जीत करार दिया और कहा कि यदि सही प्रत्याशी का चयन किया जाए, तो जनता पार्टी विशेष से अधिक उम्मीदवार की छवि पर ध्यान देती है

क्या होगा आगे?

खोंगापानी में हुए इस चुनाव के परिणाम भाजपा के लिए बड़ा सबक हैं। आंतरिक कलह और गलत प्रत्याशी चयन जैसे मुद्दों पर भाजपा को गंभीरता से मंथन करना होगा, वरना भविष्य में भी पार्टी को ऐसी हार का सामना करना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

इस चुनाव ने यह साफ कर दिया कि जनता केवल पार्टी के नाम पर नहीं, बल्कि उम्मीदवार की छवि और काम पर वोट देती है। भाजपा के लिए यह हार सिर्फ एक झटका नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि यदि संगठन में समन्वय और सही रणनीति नहीं बनाई गई, तो भविष्य में भी ऐसे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।



Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *