सुनील तिवारी मौत मामला: जिला प्रशासन ने सीएमएचओ से मांगा अभिमत
शासन की अनुमति के बिना शर्मा अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी कोरोना मरीज की मौत
बैकुंठपुर, 28 मार्च 2025 – कोरोना संक्रमण के दौरान हुई सुनील तिवारी की मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस मामले में अब जिला प्रशासन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) से अभिमत मांगा है।
कैसे खुली फाइल?
बैकुंठपुर निवासी सुनील तिवारी की 9 मई 2021 को शर्मा अस्पताल में मौत हो गई थी। अस्पताल पर शासन की अनुमति के बिना कोविड मरीज का इलाज करने का आरोप था।
मामले की जांच हुई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पूर्व डीपीएम डॉ. प्रिंस जायसवाल द्वारा सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जानकारी मांगने के बाद डिप्टी कलेक्टर एवं जनसूचना अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई से पहले सीएमएचओ कार्यालय से अभिमत मांगा गया है।
अस्पताल पर क्या हैं आरोप?
🔹 बिना अनुमति के कोरोना संक्रमित मरीज को भर्ती कर इलाज किया गया।
🔹 मरीज को तत्काल कोविड अस्पताल भेजने की बजाय शर्मा अस्पताल में रखा गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
🔹 तत्कालीन कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने इस मामले में जांच कराई थी।
🔹 जांच रिपोर्ट में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं और धारा 302 (हत्या) के तहत कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी।
🔹 बावजूद इसके, मामला दबा दिया गया और अब दोबारा जांच के आदेश दिए गए हैं।
क्या हुआ अब तक?
📌 9 फरवरी 2024 – कोरिया कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी।
📌 1 जनवरी 2025 – सीएमएचओ ने अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी।
📌 अब प्रशासन ने फिर से सीएमएचओ से अभिमत मांगा है, जिससे यह मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
क्या मिलेगा न्याय?
अब देखना होगा कि शर्मा अस्पताल के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है या मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा। क्या पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलेगा? यह सवाल अब भी बना हुआ है।