होली से पहले मातम: खेलते-खेलते टब में गिरने से मासूम की दर्दनाक मौत
(A small negligence, a lifetime of sorrow)
रायगढ़/घरघोड़ा: होली का त्योहार खुशियों, रंगों और उल्लास का प्रतीक माना जाता है। हर साल इस अवसर पर घर-घर में तैयारियां की जाती हैं और लोग अपने प्रियजनों के साथ मिलकर इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। लेकिन रायगढ़ जिले के रायकेरा गांव में इस बार होली से पहले ही मातम छा गया। जहां एक परिवार रंगों के इस पर्व की तैयारियों में व्यस्त था, वहीं एक दर्दनाक हादसे ने उनके जीवन में ऐसा अंधेरा भर दिया जिसे कोई भी उजाला दूर नहीं कर सकता।
यह दर्दनाक घटना 10 माह के मासूम रिहान्स महंत के साथ हुई, जो खेलते-खेलते पानी से भरी बाल्टी में गिर गया और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव को शोक में डाल दिया है।
कैसे हुआ यह हादसा?
घटना रायगढ़ जिले के रायकेरा गांव की है। मासूम रिहान्स महंत, जो अभी केवल 10 महीने का था, अपने घर के आंगन में खेल रहा था। परिवार के सदस्य अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे, और किसी का भी ध्यान उस मासूम पर नहीं था।

आंगन में एक पानी से भरी बाल्टी रखी थी, जिसे शायद किसी ने गौर से नहीं देखा था। खेलते-खेलते मासूम का ध्यान उस ओर गया और वह अनजाने में ही उसमें गिर गया। इतनी छोटी उम्र का बच्चा खुद को संभाल नहीं सका और पानी में डूब गया। जब तक परिजनों की नजर पड़ी, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
जैसे ही परिवारवालों को इस घटना की जानकारी हुई, घर में कोहराम मच गया। बच्चे को तुरंत बाहर निकाला गया और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
होली की खुशियों के बीच मातम
होली के ठीक पहले इस हृदयविदारक घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। जहां घर में होली की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब मातम पसरा हुआ है।
परिवारवालों की आंखों में आंसू हैं, और पूरे गांव में शोक का माहौल है। लोग इस घटना को सुनकर स्तब्ध हैं और परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। एक पल की लापरवाही ने इस घर की खुशियां छीन लीं और हमेशा के लिए एक गहरे दर्द में डाल दिया।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
मासूम रिहान्स के माता-पिता इस दुखद घटना को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। माँ बार-बार अपने बच्चे का नाम पुकार रही है, लेकिन अब कोई जवाब नहीं मिल रहा। पिता की आंखें भी आंसुओं से भरी हुई हैं, और पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है।
गांव के लोग भी इस घटना से दुखी हैं और यह सोचकर स्तब्ध हैं कि एक छोटी-सी लापरवाही इतनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है, और इससे हमें यह सीखने की जरूरत है कि छोटे बच्चों की देखभाल में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
हालांकि यह हादसा पूरी तरह से दुर्घटनावश हुआ, लेकिन पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में ऐसी किसी भी संभावित दुर्घटना को रोकने के लिए सतर्क रहें।
माता-पिता के लिए एक चेतावनी
यह घटना उन सभी माता-पिता के लिए एक बड़ा सबक और चेतावनी है, जो छोटे बच्चों को बिना निगरानी के छोड़ देते हैं।
बच्चे बहुत जिज्ञासु होते हैं और उनके लिए घर में रखी चीजें भी एक नई दुनिया होती हैं। उन्हें यह अंदाजा नहीं होता कि कौन-सी चीज उनके लिए खतरनाक हो सकती है।
विशेष रूप से पानी से भरी बाल्टियां, टब, टंकी और खुले जल स्रोत बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। कई अध्ययनों के अनुसार, छोटे बच्चों में डूबने की घटनाएं बहुत आम होती हैं, और अक्सर यह माता-पिता की एक पल की लापरवाही की वजह से होता है।
कैसे रोका जा सकता है ऐसे हादसों को?
1. बच्चों को हमेशा नजर में रखें:
- जब भी छोटे बच्चे खेल रहे हों, उन्हें अकेला न छोड़ें।
- अगर घर में पानी से भरी बाल्टी, टब या कोई अन्य जल स्रोत है, तो उस पर नजर रखें।
2. पानी से भरी बाल्टियां और टब तुरंत खाली करें:
- घर में अगर पानी से भरी कोई भी बाल्टी या टब हो, तो उसे इस्तेमाल के बाद खाली कर दें।
3. बच्चों के खेलने की जगह सुरक्षित बनाएं:
- छोटे बच्चों को ऐसी जगह खेलने दें, जहां कोई जोखिम न हो।
4. बाथरूम और पानी के अन्य स्रोतों को बंद रखें:
- बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।
- अगर घर में कोई पानी की टंकी या खुला जल स्रोत है, तो उसे अच्छी तरह ढककर रखें।
5. घर में जागरूकता बढ़ाएं:
- परिवार के सभी सदस्यों को बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
- बड़े बच्चों को भी यह सिखाएं कि वे छोटे बच्चों पर ध्यान दें और किसी भी असामान्य स्थिति में माता-पिता को तुरंत सूचित करें।
अंतिम विचार: एक छोटी-सी लापरवाही, जीवनभर का गम
यह हादसा यह दर्शाता है कि एक छोटी-सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। मासूम रिहान्स का इस तरह जाना न सिर्फ उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने घर में छोटे बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।
होली खुशियों का पर्व है, लेकिन इस परिवार के लिए यह अब एक दर्द भरी याद बन गया है। यह घटना एक सबक है कि त्योहारों की खुशियों के बीच भी हमें अपने बच्चों की सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।