कोरिया: सोनहत विकासखंड में कार्यरत विकासखंड डाटा प्रबंधक (बीडीएम) शिवम गौतम को रिश्वत लेने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जांच में पुष्टि हुई कि उन्होंने 13 एसएचओ से अवैध रूप से ऑनलाइन राशि प्राप्त की थी, इस मामले को लेकर लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उनकी संविदा सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया।
जांच में दोषी पाए गए शिवम गौतम

शिकायत की जांच कलेक्टर जिला कोरिया के अनुमोदन के बाद गठित जांच समिति द्वारा की गई। जांच समिति के अध्यक्ष एसडीएम सोनहत राजेश साहू ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। जांच रिपोर्ट दिनांक 28.03.2025 में पुष्टि हुई कि शिवम गौतम रिश्वतखोरी में लिप्त थे। बैंक स्टेटमेंट और संबंधित पक्षों के बयान से यह प्रमाणित हुआ कि उन्होंने अनुचित लाभ लिया।
आखिरी मौका भी नहीं कर सके इस्तेमाल
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ की मानव संसाधन नीति 2018 के प्रावधानों के अनुसार, शिवम गौतम को 28 मार्च 2025 को अंतिम सुनवाई का अवसर दिया गया था। हालांकि, वे अपने बचाव में कोई संतोषजनक बयान या सबूत पेश नहीं कर सके।
कानूनी प्रावधानों के तहत सेवा समाप्त

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ की मानव संसाधन नीति 2018 के तहत, सेवा अनुबंध की शर्तों के अनुसार शिवम गौतम का कृत्य ‘कदाचरण’ की श्रेणी में आता है। मानव संसाधन नीति की धारा 34.3 के तहत उनकी संविदा सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश जारी किया गया।
प्रशासन का कड़ा संदेश
इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि सरकारी सेवा में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कदम अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक चेतावनी है कि यदि वे गलत कार्यों में संलिप्त पाए गए, तो उन पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।