बिना नंबर प्लेट और नाबालिग चालकों की बेकाबू गाड़ियां: क्या सिर्फ दिन में ही होती है चेकिंग?
📍 बैकुंठपुर, जिला कोरिया
शहर की सड़कों पर बिना नंबर प्लेट की गाड़ियां, नाबालिग चालक और तेज रफ्तार का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, और सवाल यह उठता है — क्या यातायात विभाग और पुलिस सिर्फ दिन में ही जागती है?
कोरिया जिला मुख्यालय से महज 1 किलोमीटर दूर, रात के अंधेरे में नाबालिग लड़कों को कट मारते और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए खुलेआम देखा जा सकता है। खासकर इस शादी के मौसम में डीजे और लोडेड वाहनों की भरमार है — जिनमें से कई गाड़ियां न तो फिटनेस पास हैं, न इंश्योरेंस वैध है, और न ही नंबर प्लेट लगी हुई है। वाहन चालकों के पास लाइसेंस तक नहीं, फिर भी तेज रफ्तार में सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं।
🚨 रात की पेट्रोलिंग और ट्रैफिक टीम बनी ‘दिवा-स्वप्न’
शहरवासियों का कहना है कि रात के समय पेट्रोलिंग और ट्रैफिक टीम कहीं नजर नहीं आती। जबकि रात में ही सबसे अधिक लापरवाही और जोखिम भरे हालात बनते हैं।
आखिर प्रशासन कब इस ओर ध्यान देगा ?
क्या केवल दिन में चालान काटना और चेकिंग दिखाना ही कर्तव्य बन गया है?
शादी के मौसम में डीजे लोड वाहनों की नियमित जांच क्यों नहीं की जा रही?
नाबालिग चालकों के खिलाफ अब तक कितनी कार्रवाई हुई?
📢 शहरवासियों की मांग – रात में भी हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि रात के समय भी सक्रिय पेट्रोलिंग और यातायात चेकिंग होनी चाहिए, ताकि इन बेकाबू वाहनों और लापरवाह चालकों पर लगाम लगाई जा सके।
यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो किसी बड़ी दुर्घटना का होना तय है।
🛑 क्या प्रशासन नींद से जागेगा? या फिर हादसे का इंतजार है?
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